
मौसम जाड़े का हो या गर्मी का, गुड़ से तैयार होने वाली चिक्की हो या लड्डू खासकर जाड़े के मौसम में खाने में बहुत ही अच्छे और स्वादिष्ट लगते हैं। मूंगफली के साथ लोग गुड एवं नमक अलग-अलग अच्छे ढंग से इंजॉय करते हैं, लेकिन जहां तक बात आती है सेहत की वहां बादाम, काजू, अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट्स सबसे पहले याद आते हैं। ऐसी जगहों पर लोग मूंगफली को नजरअंदाज कर देते हैं। मूंगफली को सेकेंड कैटेगरी में रखा जाता है, जबकि मूंगफली करारी व स्वादिष्ट होने के साथ ही साथ दूसरे अन्य मामले में कई गुणों की खान है। मूंगफली में जितना प्रोटीन होता है उतना ही प्रोटीन दूध और अंडे में भी पाया जाता है। अगर देखा जाए तो मूंगफली प्रोटीन का एक सस्ता स्रोत है। 30 ग्राम मूंगफली के दाने से आपको बादाम के बराबर ही 160 और 170 ग्राम प्रोटीन प्राप्त होता है। किसी अन्य ड्रायफ्रूट के मुकाबले मूंगफली सबसे सस्ती मानी जाती है। इसे गरीबों का बादाम भी कहा जाता है। एमिनो एसिड से भरपूर होने के नाते इस ज्यादा अहम माना जाता है।