
जालौन: यूपी निकाय चुनाव के साथ ही गधे भी चर्चा का विषय बने हुए हैं। गधों की कहानी उत्तर प्रदेश में चटखारे साथ खूब वायरल हो रही है। हिरासत में लिए गधे जिला कारागर भेजे जाने के बाद 8 दिनों तक बंद रखने के बाद छोड़े गए। आखिर इन गधों का क्या कसूर था, कि जिन जेलों में सजायाफ्ता कैदी रखे जाते हों वहां दर्जनों की संख्या में हिरासत में लिए गधे बंद रखे गये।
उत्तर प्रदेश के उरई जिले से जुड़ा एक अजीब प्रकार का हास्यापद मामला सामने आया है। दरअसल यहां की जिला जेल में हिरासत में लिए गधे आठ दिन तक बंद रखने के बाद रिहा किए गए। अपराधियों पर नकेल न कसने के आरोप झेलने वाली उत्तर प्रदेश की सुरक्षा का जिम्मेदार विभाग अब गधों को हिरासत में ले रहा है। यहां पुलिस ने 8 गधों को हिरासत में लिया गया था।
#WATCH Police release a herd of donkeys from district jail in UP's Jalaun. They had been detained for destroying plants outside jail pic.twitter.com/RkV8Hng0k2
— ANI (@ANI) November 27, 2017
जानकारी के अनुसार उरई में हिरासत में लिए गधे अपराध करते पकड़े गए थे। इन गधों ने जिला जेल के बाहर अधिकारियों द्वारा लगाये गए पेड़ों को आदत के अनुसार नुकसान पहुंचाया था, अपराध होने के बाद जवानों ने हिरासत में लिए गधे अधिकारियों के कहने पर जेल में डाल दिए। उरई जेल में तैनात हेड कांस्टेबल आरके मिश्रा ने बताया गधों ने जेल के बाहर लगे बहुत महंगे पौधों को नष्ट किया था। जबकि गधे के मालिकों को दो तीन बार चेतावनी भी दी जा चुकी थी, लेकिन वो नहीं माने इसलिए इन गधों को सजा दी गई है। जेल के बाहर लगे ये पेड़ काफी महंगे थे। जो वरिष्ठ अधिकारियों ने लगवाये थे। हिरासत में लिए गधे का समूह सोमवार को छोड़ा गया।